तेरे प्यार में बेहेकना सीख लिया , हमने भी चाहि -अनचाही धुनों पर थिरकना सीख लिया ,
गीत तो सुनते थे पहले भी पर अब सुरों को समझना सीख लिया ,
जीते तो थे पहले भी , पर अब ज़िन्दगी का मकसद जान लिया ,
पीते तो थे पहले भी , पर अब नशे में मदहोशी का आलम समझ लिया ,
हँसते तो थे पहले भी , पर अब मुस्कुराना सीख लिया ,
गाते तो थे पहले भी , पर अब गुनगुनाना सीख लिया ,
नाचते तो थे पहले भी , पर अब झूमना सीख लिया ,
खुश होते तो थे पहले भी , पर अब इतराना सीख लिया ,
रूठते तो थे पहले भी , पर अब मानना सीख लिया ,
प्यार करते तो थे पहले भी , पर अब निभाना सीख लिया ,
रोते तो थे पहले भी , पर अब रोते हुए खिलखिलाना सीख लिया ,
इंतज़ार करते तो थे पहले भी , पर अब इंतज़ार में तड़पना सीख लिया ,
शरमाते तो थे पहले भी , पर अब पानी पानी होना सीख लिया ,
मरते तो थे पहले भी , पर अब जीना सीख लिया ,
तेरे प्यार में ऐ ज़ालिम बेहेकना सीख लिया , हमने भी चाहि -अनचाही धुनों पर थिरकना सीख लिया .
Monday, April 19, 2010
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