Monday, April 19, 2010

Seekh liya

तेरे  प्यार  में  बेहेकना  सीख  लिया , हमने  भी  चाहि -अनचाही  धुनों  पर  थिरकना  सीख  लिया ,
गीत  तो  सुनते  थे  पहले  भी  पर  अब  सुरों  को  समझना  सीख  लिया ,
जीते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  ज़िन्दगी  का  मकसद  जान  लिया ,
पीते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  नशे  में  मदहोशी  का  आलम  समझ  लिया ,
हँसते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  मुस्कुराना  सीख  लिया ,
गाते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  गुनगुनाना सीख  लिया ,
नाचते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  झूमना  सीख  लिया ,
खुश  होते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  इतराना  सीख  लिया ,

रूठते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  मानना  सीख  लिया ,
प्यार  करते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  निभाना  सीख  लिया ,
रोते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  रोते  हुए  खिलखिलाना  सीख  लिया ,
इंतज़ार  करते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  इंतज़ार  में  तड़पना  सीख  लिया ,
शरमाते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  पानी  पानी  होना  सीख  लिया ,
मरते  तो  थे  पहले  भी , पर  अब  जीना  सीख  लिया ,
तेरे  प्यार  में  ऐ  ज़ालिम  बेहेकना  सीख  लिया , हमने  भी  चाहि -अनचाही  धुनों  पर  थिरकना  सीख  लिया .

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